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Saturday, July 11, 2015

सुने: मुलायम सिंह यादव बने 'गुंडे', IPS को दी धमकी!

7:35 PM Posted by Unknown , , No comments
उत्तर प्रदेश की सियासत में एक ऑडियो टेप के आने से हंगामा मच गया है। इस ऑडियो टेप में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की आवाज बताई जा रही है।

ये ऑडियो टेप यूपी पुलिस के आईजी (सिविल डिफेंस) अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने जारी किया है। इस ऑडियो टेप में मुलायम सिंह यादव और अमिताभ ठाकुर की बातचीत है। जिसमें सपा सुप्रीमो अमिताभ ठाकुर को धमकी दे रहे हैं।


हालांकि इस टेप में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि नहीं हुई है और टेप की सत्यता जांच के बाद ही साफ होगी। फिलहाल फोन कॉल में सपा मुखिया अधिकारी को सुधर जाने की हिदायत दे रहे हैं।


Sunday, July 5, 2015

महिला विधायक ने पति से मांगा तलाक, प्रेमी से करेंगी शादी!

11:44 PM Posted by Unknown , , , No comments
#लखनऊ #उत्तर प्रदेश अपने पति दिलीप वार्ष्णेय से विवादों को लेकर चर्चा में रहीं उत्तर प्रदेश के चंदौसी से समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक लक्ष्मी गौतम ने तलाक लेने के लिए परिवार अदालत में परिवाद दायर किया है.
लक्ष्मी ने रविवार को बताया कि उन्होंने अपने पति दिलीप वार्ष्‍णेय से तलाक लेने के लिए 3 जुलाई को मुरादाबाद परिवार अदालत में परिवाद दायर किया है. उनका कहना है कि 10 साल के वैवाहिक जीवन में वार्ष्‍णेय का व्यवहार उनके साथ अच्छा नहीं रहा.
उन्होंने कहा कि इन्‍हीं पारिवारिक झगड़ों से तंग आकर वह पिछले दो साल से अपने पति से अलग रह रही हैं. अब उन्होंने तलाक लेकर अपनी राहें जुदा करने का फैसला किया है.
माना जा रहा है कि तलाक मिलने के बाद विधायक लक्ष्मी गौतम अपने कथित प्रेमी मुकुल अग्रवाल से शादी कर सकती हैं.
सपा विधायक लक्ष्‍मी गौतम ने पति से मांगा तलाक, प्रेमी से करेंगी शादी! 
गौरतलब है कि लक्ष्‍मी पर उनके पति ने मकान हड़पने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद इससे गुस्‍साई विधायक ने सड़क पर ही हंगामा शुरू कर दिया था.




कुत्तों को इतना सम्मान, बनाया समाधिस्थल

11:40 PM Posted by Unknown , , , No comments
#जमशेदपुर #झारखंड अभी तक आपने इंसानों की समाधिस्थल या क्रबिस्तान को देखा होगा. लेकिन झारखंड में एक ऐसी जगह है जहां पर लोगों ने पालतू कुत्तों के लिए ग्रेवयार्ड बनाया है. जी हां सुनने में आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन इसे इंसान और वफादार कहे जाने वाले इस जानवर के रिश्तों की सबसे सबसे अनोखी नजीर कही जा सकती है.
खास बात ये है कि इस ग्रेवयार्ड में आने वाले लोग वैसी ही भावुक हो जाते हैं जैसे कि अपने किसी सगे संबंधी की समाधि पर आए हों और नम आंखों से श्रद्धांजलि देते हैं.
1963 में जमशेदपुर के टाटा मोटर्स के कैनाल परिसर में ये अनोखी जगह बनाई गई है. इस ग्रेवयार्ड कंपनी की सुरक्षा और दूसरे कामों में इस्तेमाल किए जाने वाले कुत्तों को मरने के बाद दफनाया गया है.
दरअसल टाटा मोटर्स कैनाल में कई प्रजातियों के कुत्तों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है. यही नहीं पुलिस को जब किसी मामले में जरूरत पड़ती है तो इन्हीं जानवरों की सेवाएं ली जाती हैं. पिछले साल जमशेदपुर के आदित्यपुर में एक वारदात के खुलासे में यहां कैनाल के कुत्तों ने बड़ी भूमिका निभाई थी.

इस समय कैनाल में एक लैब्राडोर, छह जर्मन शेफर्ड और पांच मैलियंस प्रजाति के कुत्ते हैं. सभी को अलग एक कमरा मिला हुआ है. यहां इन कुत्तों को जवान कहा जाता है. इनकी नियमित दिनचर्या और डाइट है. यहां के कई कुत्तों को उनके कामों को लेकर ट्रॉफी भी दी गई है. ऐसे ही एक कुत्ते को हीरो ऑफ टेल्को आवॉर्ड दिया गया था. आरकाइव में इनको मिले सम्मान को सहेज कर रखा गया है.

सभी समाधिस्थल जाने पर पता चलता है कि सभी कुत्तों के नाम टी अक्षर से शुरू होते हैं.

पांच दिन तक पड़ोसी के शव को बेडरूम में रखकर सोता रहा बुजुर्ग

#बुलंदशहर #उत्तर प्रदेश डर के मारे बुलंदशहर की एक बुजुर्ग ने ऐसा काम किया है कि जिसे सुनकर आप सन्‍न रह जाएंगे. बुजुर्ग के पड़ोसी की उसके अहाते में गिरकर मौत हो गई थी. इस बात से बुजुर्ग इतना घबरा गए कि उन्‍हें लगने लगा कि लोग समझेंगे कि उसी ने पड़ोसी की हत्‍या की है. डर के मारे बुजुर्ग ने पड़ोसी के शव को अपने बेडरूम में छिपा दिया. पुलिस ने पूछताछ के लिए बुजुर्ग को हिरासत में लिया है.
सिकंदराबाद कोतवाली अंतर्गत कायस्थबाड़ा में नगेंद्र यादव और हरिप्रकाश गुप्‍ता का घर है. बताया जा रहा है कि मंगलवार रात करीब नौ बजे 65 वर्षीय हरिप्रकाश गुप्ता छत से पड़ोसी नगेंद्र यादव के घर के अहाते में गिर गए थे, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी.
घर में पड़ोसी हरिप्रकाश का शव देखकर नगेंद्र काफी घबरा गए. उन्‍हें लगा कि लोग समझेंगे कि उन्‍होंने ही हरिप्रकाश की हत्‍या की है. इसी डर के मारे नगेंद्र ने हरिप्रकाश के शव को अपने बेडरूम में छुपा दिया.
इस सच को छुपाने के लिए नगेंद्र पिछले पांच दिनों से उसी बेडरूम में सो रहे थे, जिसमें हरिप्रकाश का शव रखा था.

चार दिनों तक हरिप्रकाश का पता नहीं चलने पर कोतवाली प्रभारी केपी सिंह मौके पर छानबीन को पहुंचे थे. वह आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ कर ही रहे थे तभी उन्‍हें नगेंद्र के घर से भीषण बदबू का अहसास हुआ. इसके बाद साथ आए पुलिसकर्मियों ने नगेंद्र के घर की तालाशी ली तो बेडरूम में एक शव बेहद सड़ी-गली हालत में मिली.

शव को बाहर लाकर देखने पर पता चला कि वह हरिप्रकाश थे. हरिप्रकाश के रिश्तेदार राजकुमारी ने नगेंद्र पर हत्‍या का आरोप लगाया है. फिलहाल नगेंद्र को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

PICS: जब तैरते हुए समुद्र के बीच में पहुंच गई 10 महीने की बच्‍ची...


#तुर्की में एक परिवार की लापरवाही के चलते 10 महीने की बच्‍ची एक किलोमीटर समुद्र में चली गई. गनीमत रहा कि बच्‍ची फ्लोटेशन टॉय पर थी और नींद में थी. अचानकर उसपर नजर पर पड़ने पर कोस्‍टगार्ड ने बच्‍ची को समय रहते बचा लिया.



बिहार पुलिस की क्रूरता, छात्र को बेरहमी से पीटा, दोनों किडनी फेल

बिहार पुलिस का एक और स्याह और बेरहम चेहरा लोगों के सामने आया है. किशनगंज पुलिस पर बीएसएफ में बहाली के लिए गए सिकू राज भारद्धाज नामक छात्र की बेरहमी से पिटाई का आरोप लगा है. इस पिटाई में दोनों किडनी फेल हो गई.
अब सिकू राज पिछले दो दिनों से पटना के एक प्राइवेट अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. सिकू के परीजनों का कहना है कि 1 जुलाई को सिकू बीएसएफ में बहाली के लिए किशनगंज गया था और बहाली के दौरान ही वह बीएसएफ के अधिकारी से उलझ गया था. इसके बाद बीएसएफ वालों ने उसे पकड़कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया था.
परिजनों का आरोप है कि हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसकी ऐसी बर्बरतापूर्वक पिटाई की है कि उसके शरीर के कई अंग क्षतिग्रस्त हो गए. परिजनों के अनुसार पिटाई से उसको इनफेक्शन के कारण उसकी दोनों किडनी और लीवर डैमेज हो चुके हैं और उसके बचने के आसार नहीं है.
इधर, पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विकास वैभन ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए गांधी मैदान थाने को मामले की छानबीन करने का आदेश दिया है. परिजन इस मामले मे सरकार से उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.

एसएसपी विकास वैभव के निर्देश पर गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. वहीं, चिकित्सकों का कहना है कि मरीज की हालत गंभीर है और उसे वैंटिलेटर पर रखा गया है.

व्‍यापमं घोटाले की जांच से जुड़े अरुण शर्मा की मौत मामले में चौंकाने वाला खुलासा

भोपालः मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं मामले में फर्जी परीक्षार्थियों की जांच कर रहे जबलपुर स्थित मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की मौत मामले में खुलासा हुआ है कि दो दिन पहले ही इस घोटाले से जुड़े कुछ दस्तावेज शर्मा ने केस की जांच कर रहे विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को को सौंपे थे। डॉ़ अरूण शर्मा संदिग्ध परिस्थितियों में दिल्ली में मत पाए गए हैं।

भारतीय चिकित्सा संघ के जिला अध्यक्ष डॉ़ सुधीर तिवारी ने बताया, दिल्ली में होटल के अपने कमरे में डॉ़ शर्मा मृत अवस्था में पाए गए हैं। वह डॉ़ डी के साकल्ले के बेहद नजदीक थे। सुधीर तिवारी ने अपनी जान को भी खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है।

दूसरी ओर कांग्रेस ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के सिटिंद जज के अध्यक्षता में व्यापमं घोटाले की जांच करवाई जाए। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान इस घोटाले की सीबीआई जांच करवाने के पक्ष में नहीं हैं।

बताया जा रहा है कि डॉ शर्मा राजधानी दिल्ली के एक होटल में ठहरे हुए थे। उनके रविवार को अगरतला मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए जाना था। इस बात की जानकारी उन्होंने होटल कर्मचारियो को दी थी और कहा था कि मुझे सुबह साढे चार बजे तक उठा दिया जाये। डॉ शर्मा की राजधानी दिल्ली से अगरतला के लिए सुबह छह बजे की प्लाइट थी।

रविवार सुबह जब एक होटल के एक कर्मचारी ने डॉ शर्मा को जगाने के लिए उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। जब दरवाजा खोल कर देखा गया तो डॉ शर्मा अचेत पडे हुए थे। होटल कर्मचारियों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी।

पुलिस को डॉ शर्मा के कमरे से शराब की एक बोतल भी मिली जिसमें काफी कम मात्रा में शराब बची हुई थी। डॉ शर्मा का दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में सोमवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा।

डॉ़ शर्मा की मौत इसलिए महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि एक साल पहले ऐसी ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनके पूर्ववर्ती डीन डॉ़ साकल्ले भी जबलपुर में मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे। डॉ़ साकल्ले व्यापमं घोटाले से जुड़े ऐसे लोगों की जांच कर रहे थे, जो जालसाजी कर प्री-मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) में सफल हुए थे। डॉ़ तिवारी ने कहा, हमारी मांग है कि डॉ़ शर्मा के शव का पोस्टमार्टम, विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा किया जाना चाहिए।

उन्होने कहा कि डॉ़ साकल्ले के पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के बाद हुई शोक सभा में डॉ़ शर्मा ने कहा था कि वह (साकल्ले) आत्महत्या नहीं कर सकते थे। जबकि पुलिस जांच में यही पाया गया था कि डॉ़ साकल्ले ने आत्महत्या की थी।

आईएमए के जिला अध्यक्ष ने कहा, आशंका है कि डॉ़ शर्मा को भी चीनी लेजर गन से मारा गया है, जिससे मुझे लगता है कि डॉ़ साकल्ले को मारा गया था। मुझे पता चला है कि दो दिन पहले ही डॉ़ शर्मा ने व्यापमं घोटाले को लेकर एसटीएफ को एक रिपोर्ट सौंपी है।

जेठमलानी का दावा: दाऊद को लाया जा सकता था भारत, पवार ने कहा था 'ना'

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को भारत लाए जाने को लेकर राजनीतिक और कूटनीतिक विवादों के बीच वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि दाऊद को भारत लाया जा सकता था. लेकिन शरद पवार की वजह से ऐसा नहीं हो सका.

एक अंग्रेजी अखबार की खबर को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि उनकी छोटा शकील से नहीं बल्कि दाउद इब्राहिम से बात हुई थी और दाऊद ने कहा था कि उसने बम ब्लास्ट नहीं करवाया है. वह भारत आ जाएगा, बशर्ते उसके साथ सही सलूक किया जाए. लेकिन उसकी इस पेशकश को महाराष्ट्र में तत्कालीन सीएम शरद पवार ने खारिज कर दिया था.

नहीं स्वीकार थी दाऊद की शर्तें
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वकील राम जेठमलानी ने 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम के समर्पण के लिए तैयार हो जाने पर उनसे संपर्क किया था. दाऊद ने समर्पण के लिए जो शर्ते रखी थीं, वे राज्य सरकार को स्वीकार्य नहीं थी, इसीलिए उसकी पेशकश खारिज कर दी गई. उसकी पहली शर्त थी कि उसे जेल में रखने की बजाए घर में नजरबंद रखा जाए.

एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में इससे पहले दाऊद इब्राहिम के सहयोगी छोटा शकील ने कहा था कि 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट के बाद दोनों ने देश वापस लौटने की पेशकश की थी. लेकिन इसे भारत सरकार ने ठुकरा दिया था. अब वे भारत लौटने से हिचक रहे हैं. इस बारे में उसकी वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी से भी बातचीत हुई थी.

नरेंद्र मोदी ने किया था वादा
दाऊद इब्राहिम को भारत लाने की कवायद काफी दिनों से चल रही है. यह मोदी सरकार के एजेंडे में भी है. लोकसभा चुनाव के समय नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि दाऊद को वापस लाने जैसे ऑपरेशन प्रेस रिलीज जारी करके नहीं किए जाते. अमेरिका ने लादेन के खिलाफ कार्रवाई प्रेस रिलीज जारी करके नहीं की थी.

इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक, छोटा शकील 1993 के मुंबई धमाकों के बाद से ही दाऊद इब्राहिम के साथ कराची में रह रहा है. यही 'डी' कंपनी का सबसे खास सिपहसालार भी है. इसी ने दाऊद इब्राहीम के सबसे बड़े दुश्मन छोटा राजन को ठिकाने लगाने की सुपारी ले रखी है.

सौजन्य: आज तक