बरेली-आसाराम मामले में नारायण पांडे नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस के सामने गवाही दी है कि वह केस से जुड़े एक अहम गवाह की हत्या में शामिल था। उसने पुलिस को एक और चौंकाने वाला बयान दिया है।
पांडे के मुताबिक, आसाराम के पास उसके 2,000 समर्थकों की एक फिदायीन फौज है, जिनका आसाराम के प्रति इतना समर्पण है कि वे उसके लिए कुछ भी कर सकते हैं। पांडे ने पुलिस को बताया कि आसाराम के खिलाफ जाने वाले किसी भी व्यक्ति को यह फिदायीन फौज मार सकती है और जरूरत पड़ने पर ये लोग खुद भी मरने के लिए तैयार रहते हैं।
पांडे की इस अहम गवाही के बाद पुलिस ने शाहजहांपुर की उस पीड़िता की सुरक्षा बढ़ा दी है जिसने आसाराम के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया था।
सदर बाजार पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर जे.पी.तिवारी ने कहा कि पांडे की गवाही के बाद पुलिस को इस मामले से जुड़े और भी लोगों पर हमले की आशंका है। उन्होंने बताया कि पांडे की गवाही के मुताबिक, फिदायीन टुकड़ी के लोग व आसाराम के कई अन्य सहयोगी पीड़ित लड़की और उसके पिता को मारने की योजना बना रहे हैं। मालूम हो कि जिस गवाह की हत्या बीती 10 जुलाई को की गई थी, वह इंस्पेक्टर तिवारी के ही अधिकार में कैद था।
सौजन्य: INDIATIMES NEWS
पांडे के मुताबिक, आसाराम के पास उसके 2,000 समर्थकों की एक फिदायीन फौज है, जिनका आसाराम के प्रति इतना समर्पण है कि वे उसके लिए कुछ भी कर सकते हैं। पांडे ने पुलिस को बताया कि आसाराम के खिलाफ जाने वाले किसी भी व्यक्ति को यह फिदायीन फौज मार सकती है और जरूरत पड़ने पर ये लोग खुद भी मरने के लिए तैयार रहते हैं।
पांडे की इस अहम गवाही के बाद पुलिस ने शाहजहांपुर की उस पीड़िता की सुरक्षा बढ़ा दी है जिसने आसाराम के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया था।
सदर बाजार पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर जे.पी.तिवारी ने कहा कि पांडे की गवाही के बाद पुलिस को इस मामले से जुड़े और भी लोगों पर हमले की आशंका है। उन्होंने बताया कि पांडे की गवाही के मुताबिक, फिदायीन टुकड़ी के लोग व आसाराम के कई अन्य सहयोगी पीड़ित लड़की और उसके पिता को मारने की योजना बना रहे हैं। मालूम हो कि जिस गवाह की हत्या बीती 10 जुलाई को की गई थी, वह इंस्पेक्टर तिवारी के ही अधिकार में कैद था।
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