हैदराबाद। ललित मोदी विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर उन पर जोरदार प्रहार करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि वह आईपीएल के पूर्व प्रमुख के खिलाफ मामलों में उनकी मदद कर रहे हैं।
सिंह ने कहा कि रविवार को प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ करते हैं लेकिन उन मूलभूत सवालों का जवाब नहीं देते जो पिछले पखवाड़े भर से ललित मोदी विवाद से उभर कर सामने आए हैं। मेरा आरोप है कि ललित मोदी की प्रधानमंत्री मदद कर रहे हैं। मेरा आरोप है कि उन्होंने ललित मोदी से वादा किया है कि जिन मामलों में प्रवर्तन निदेशालय उनकी जांच कर रहा है उनमें उन्हें बचा लिया जाएगा।
पीएम मोदी ने किया है ललित मोदी को ED से बचाने का वादा: दिग्विजय दिग्विजय सिंह ने कहा कि रविवार को प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ करते हैं लेकिन उन सवालों का जवाब नहीं देते जो पिछले पखवाड़े भर से ललित मोदी विवाद से उभर कर सामने आए हैं।
दिग्विजय सिंह ने जोर देते हुए कहा कि उन्होंने बार बार ये सवाल उठाए हैं पर बीजेपी के पास जवाब नहीं है। इस पर नरेंद्र मोदी को पाक साफ होने दीजिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी नैतिकता और जवाबदेही की बात करती है लेकिन जब बीजेपी द्वारा इसे व्यवहार में लाने की बारी आई तब उन्होंने कहा कि हम जो कहते वह पूरी तरह से सच है। सिर्फ यूपीए के मंत्री इस्तीफा देंगे और एनडीए के नहीं, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के इस बयान पर कांग्रेस नेता ने इसे हेकड़ी बताया।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि यह एक फासीवादी चरित्र से जुड़ी हुई हेकड़ी है जो फासीवाद का ही एक चेहरा है जिसके लिए बीजेपी जानी जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जो मीडिया की सुखिर्यों में रहना पसंद करते हैं और हर मुद्दे पर ट्वीट करते हैं, अहम मुद्दों पर मौन साधे हुए हैं।
सिंह ने कहा कि हम उनसे ललित मोदी के साथ उनके संबंध जानना चाहेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अपने लपेटे में लेने वाले ललित मोदी विवाद पर और क्या कार्रवाई की गई, उस बारे में हम उनसे जानना चाहेंगे।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और रामशंकर कठेरिया की शैक्षणिक योग्यता के बारे में भी जानना चाहेंगे। हम महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे की शैक्षणिक योग्यता के बारे में भी जानना चाहेंगे। साथ ही यह भी जानना चाहेंगे कि महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने निविदा जारी करने में नियमों का पालन किया था या नहीं। उन्होंने कहा कि लेकिन नरेंद्र मोदी मौन हैं।
सिंह ने कहा कि रविवार को प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ करते हैं लेकिन उन मूलभूत सवालों का जवाब नहीं देते जो पिछले पखवाड़े भर से ललित मोदी विवाद से उभर कर सामने आए हैं। मेरा आरोप है कि ललित मोदी की प्रधानमंत्री मदद कर रहे हैं। मेरा आरोप है कि उन्होंने ललित मोदी से वादा किया है कि जिन मामलों में प्रवर्तन निदेशालय उनकी जांच कर रहा है उनमें उन्हें बचा लिया जाएगा।
पीएम मोदी ने किया है ललित मोदी को ED से बचाने का वादा: दिग्विजय दिग्विजय सिंह ने कहा कि रविवार को प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ करते हैं लेकिन उन सवालों का जवाब नहीं देते जो पिछले पखवाड़े भर से ललित मोदी विवाद से उभर कर सामने आए हैं।
दिग्विजय सिंह ने जोर देते हुए कहा कि उन्होंने बार बार ये सवाल उठाए हैं पर बीजेपी के पास जवाब नहीं है। इस पर नरेंद्र मोदी को पाक साफ होने दीजिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी नैतिकता और जवाबदेही की बात करती है लेकिन जब बीजेपी द्वारा इसे व्यवहार में लाने की बारी आई तब उन्होंने कहा कि हम जो कहते वह पूरी तरह से सच है। सिर्फ यूपीए के मंत्री इस्तीफा देंगे और एनडीए के नहीं, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के इस बयान पर कांग्रेस नेता ने इसे हेकड़ी बताया।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि यह एक फासीवादी चरित्र से जुड़ी हुई हेकड़ी है जो फासीवाद का ही एक चेहरा है जिसके लिए बीजेपी जानी जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जो मीडिया की सुखिर्यों में रहना पसंद करते हैं और हर मुद्दे पर ट्वीट करते हैं, अहम मुद्दों पर मौन साधे हुए हैं।
सिंह ने कहा कि हम उनसे ललित मोदी के साथ उनके संबंध जानना चाहेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अपने लपेटे में लेने वाले ललित मोदी विवाद पर और क्या कार्रवाई की गई, उस बारे में हम उनसे जानना चाहेंगे।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और रामशंकर कठेरिया की शैक्षणिक योग्यता के बारे में भी जानना चाहेंगे। हम महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे की शैक्षणिक योग्यता के बारे में भी जानना चाहेंगे। साथ ही यह भी जानना चाहेंगे कि महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने निविदा जारी करने में नियमों का पालन किया था या नहीं। उन्होंने कहा कि लेकिन नरेंद्र मोदी मौन हैं।
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