राजस्थान में एक बारात की खुशियां शुक्रवार दोपहर तब मातम में बदल गईं, जब बिजली के झुलते तार ने बस की छत को छुआ और एक झटके में बच्चों व महिलाओं सहित 25 लोगों की जान चली गई। टोंक के पचेवर में हुए इस हादसे से मरनेवालों में चार बच्चियां, दो किशोर व एक युवा शामिल है। इसके अलावा करीब 35 झुलस
गए, जिनमें से दर्जनभर की स्थिति गम्भीर है।
जयपुर से 15 चिकित्सकों की टीम को रवाना किया गया तथा दर्जनभर गम्भीर घायलों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चार मंत्रियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही, मरनेवालों को पांच-पांच व घायलों को दो-दो लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की। बस में करीब 52 बाराती सवार थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 11 केवी की लाइन सड़क से केवल दस फीट ऊपर थी, जो बस की छत से टकराकर टूटी। लेकिन टूटने से पहले बस में फैले करंट ने 15 जिंदगियां लील लीं। करंट इतना तेज था कि बारातियों को बस से उतरने का मौका तक नहीं मिला। बस के टायर जल गए। बाद में बिजली गुल हो गई। घायलों को मालपुरा स्थित अस्पताल पहुंचाया गया और यहां से गम्भीर घायलों को जयपुर रेफर किया गया।
गए, जिनमें से दर्जनभर की स्थिति गम्भीर है।
जयपुर से 15 चिकित्सकों की टीम को रवाना किया गया तथा दर्जनभर गम्भीर घायलों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चार मंत्रियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही, मरनेवालों को पांच-पांच व घायलों को दो-दो लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की। बस में करीब 52 बाराती सवार थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 11 केवी की लाइन सड़क से केवल दस फीट ऊपर थी, जो बस की छत से टकराकर टूटी। लेकिन टूटने से पहले बस में फैले करंट ने 15 जिंदगियां लील लीं। करंट इतना तेज था कि बारातियों को बस से उतरने का मौका तक नहीं मिला। बस के टायर जल गए। बाद में बिजली गुल हो गई। घायलों को मालपुरा स्थित अस्पताल पहुंचाया गया और यहां से गम्भीर घायलों को जयपुर रेफर किया गया।
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