दो कामकाजी महिलाओ का वार्तालाप देखिऐः
पहलीः और कल शाम कैसी रही?
दूसरीः अरे बेडागर्क, वो ऑफिस से आऐ,
फटाफट खाना खाया और सो गये बस।
तुम सुनाओ, तुम्हारी कैसी रही।
पहलीः अरे ऑसम, सो रोमाँटिक, वो ऑफिस से
आऐ, फिर हम एक बढिया रेस्टोरेँट मे डिनर पर
गये, फिर एक लाँग रोमाँटिक वॉक, घर पर आकर
फिर इन्हौने चारो तरफ कैँडल लगा दी।
क्या बताऊ कितना मदहोश माहौल बन गया।
---------
अब इन्ही महिलाओ के पतियो का वार्तालाप
देखिऐः
पहलाः हा भई, कल शाम क्या रहा?
दूसराः अरे बेहतरीन, घर पहुँचा, शाँति से
खाना खाया और फिर आराम से सो गया,
नो चिक चिक झिक झिक, शानदार रहा सब। तू
सुना, तेरा क्या रहा?
पहलाः अरे अपनी तो लग गई यार, घर
पहुँचा तो देखा कि बिजली वाले कनैक्शन काट
गये क्युकि मै घर की टैँशन मे बिल पे करना भूल
गया, बीवी ने इसलिऐ
खाना नही बनाया तो बाहर खाने जाना पडा,
वहा वो कमबख्त रेस्टोरेँट
इतना महँगा निकला की जेब खाली हो गई और
ऑटो तक के पैसे ना बचे तो पैदल परेड
करनी पडी घर तक। घर पर
बिजली नही तो सारी रात मोमबत्ती जलाकर
बिना पंखे के रहे यार, मच्छर खा गये, कुल
मिलाकर ऐसी सत्यानाशी शाम ना देखी कभी.....
पहलीः और कल शाम कैसी रही?
दूसरीः अरे बेडागर्क, वो ऑफिस से आऐ,
फटाफट खाना खाया और सो गये बस।
तुम सुनाओ, तुम्हारी कैसी रही।
पहलीः अरे ऑसम, सो रोमाँटिक, वो ऑफिस से
आऐ, फिर हम एक बढिया रेस्टोरेँट मे डिनर पर
गये, फिर एक लाँग रोमाँटिक वॉक, घर पर आकर
फिर इन्हौने चारो तरफ कैँडल लगा दी।
क्या बताऊ कितना मदहोश माहौल बन गया।
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अब इन्ही महिलाओ के पतियो का वार्तालाप
देखिऐः
पहलाः हा भई, कल शाम क्या रहा?
दूसराः अरे बेहतरीन, घर पहुँचा, शाँति से
खाना खाया और फिर आराम से सो गया,
नो चिक चिक झिक झिक, शानदार रहा सब। तू
सुना, तेरा क्या रहा?
पहलाः अरे अपनी तो लग गई यार, घर
पहुँचा तो देखा कि बिजली वाले कनैक्शन काट
गये क्युकि मै घर की टैँशन मे बिल पे करना भूल
गया, बीवी ने इसलिऐ
खाना नही बनाया तो बाहर खाने जाना पडा,
वहा वो कमबख्त रेस्टोरेँट
इतना महँगा निकला की जेब खाली हो गई और
ऑटो तक के पैसे ना बचे तो पैदल परेड
करनी पडी घर तक। घर पर
बिजली नही तो सारी रात मोमबत्ती जलाकर
बिना पंखे के रहे यार, मच्छर खा गये, कुल
मिलाकर ऐसी सत्यानाशी शाम ना देखी कभी.....
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