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Sunday, August 14, 2016

आप भी दे सकते है पीएम मोदी को ख़ास पहचान, आपके पास भी है मौका

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी वैसे तो देश के सभी वर्गो में लोकप्रिय हैं। लेकिन हम आपको उन आम लोगों के बारे में बता रहें हैं जिन्‍होंने मोदी सरकार की योजनाओं को न सिर्फ आम आदमी तक पहुंचाने का बेस तैयार किया बल्कि योजनाओं के लिए सपोर्ट सिस्‍टम तैयार करने में भी अपना योगदान दिया।
आज हम आपको बता रहे हैं कि वे कौन आम लोग हैं जिन्‍होंने मोदी सरकार की योजनाओं को एक खास पहचान दी। मोदी सरकार ने खेलो इंडिया नेशनल प्रोग्राम फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्‍पोर्ट्स और इंडिया पोस्‍ट पेमेंट्स बैंक के लिए लोगो डिजाइन और टैगलाइन कंपटीशन आयोजित किया है। इस कंपटीशन में आप के लिए भी मौका है। इसमें आप अपना लोगो या टैगलाइन भेज कर मोदी सरकार की स्‍कीमों को पहचान देने का मौका पा सकते हैं।

प्रिया शर्मा ने डिजाइन किया प्रधानमंत्री जनधन योजना का लोगो
-प्रिया शर्मा की एंट्री के आधार पर प्रधानमंत्री जनधन योजना के लोगो को अंतिम रूप दिया गया।
-प्रिया शर्मा को इसके लिए 25,000 रुपये पुरस्‍कार के तौर पर‍ मिला ।
-स्‍कीम के लोगो और नाम को मिली एंट्री के आधार पर अंतिम रूप दिया गया।
- संजय तिवारी, सोनिया चौहान, अजीत गुरूनाथन ने जन धन नाम प्रपोज किया था ।
- इन तीनों को 10 – 10 हजार रुपये का पुरस्‍कार दिया गया।
- प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत अब तक खोले जा चुके हैं 22 करोड़ अकाउंट ।
-इन खातों में लोगों ने जमा कराएं हैं 40,000 करोड़ रुपये।
-इस स्‍कीम के जरिए सब्सिडी लोगों के खातों में पहुंचाना है सरकार का मकसद

राणा भौमिक ने डिजाइन किया डिजिटल इंडिया का लोगो
-भौमिक को चेक देते हुए मोदी ने कहा था यू टेक इट फॉरवर्ड मैन
-राणा भौमिक एक ग्रा‍फिक डिजाइनर है।
-उन्‍होंने अपनी कंप्‍यूटर एजुकेशन बरसात स्‍क्‍ूल के ट्रेनिंग सेंटर हासिल की
-राणा भौमिक दिल्‍ली की मोबाइल कंपनी में कर रहे हैं काम
-भौमिक का मानना है कि डिजिटल इंडिया कम करेगी रूरल और अरब इंडिया में अंतर
- डिजिटल इंडिया के जरिए 2019 तक 2.5 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ना है लक्ष्‍य
- डिजिटल इंडिया के जरिए रिस्‍पांसिव और ट्रांसपैरेट प्रशासन देना मकसद


अनंत खासबरदार ने डिजाइन किया स्‍वच्‍छ भारत मिशन का लोगो
-अनंत खासबरदार ने स्‍वच्‍छ भारत के लिए जीता लोगो डिजाइन कॉटेंस्‍ट ।
-इसके लिए खासबरदार को मिला 50,000 रुपये का कैश प्राइज।
- महाराष्‍ट्र राज्‍य के कोल्‍हापुर के निवासी हैं अनंत खासबरदार।
-स्‍वच्‍छ भारत मिशन के तहत देश भर में बनाए जा रहे हैं टॉयलेट।
-इस अभियान के तहत प्रधानमंत्री ने लोगों से गंदगी न करने की की है अपील।
-स्‍वच्‍छ भारत मिशन से देश में सफाई को लेकर आई है जागरुकता।

इंडिया पोस्‍ट पेमेंट बैंक के लिए लोगो बनाने का है मौका
-सरकार ने इंडिया पोस्‍ट पेमेंट बैंक के लिए लोगो डिजाइन और टैगलाइन कंपटीशन किया है आयोजित ।
-कंपटीशन में लोगो और डिजाइन के लिए 31 जुलाई तक भेजी सकती है अपनी एंट्री।
- बेस्‍ट एंट्री को मिलेगा 50,000 रुपये का कैश प्राइज ।
- कंपटीशन के जरिए इंडिया पोस्‍ट पेमेंट बैंक से लोगों का एंगेजमेंट बढ़ाना चाहती है सरकार ।
-800 करोड़ रुपये के कार्पस से शुरू किया जाएगा इंडिया पोस्‍ट पेमेंट बैंक।
-सितंबर 2017 तक देश में 650 ब्रांच ऑपरेशनल करने का लक्ष्‍य ।
- इंडिया पोस्‍ट पेमेंट बैंक बेसिक बैंकिंग की सुविधा देगा ।
-इसमें सिर्फ पैसे डिपॉजिट और विदड्रॉल किए जा सकेंगे।

खेलो इंडिया के लिए लोगो बनाने का मौका
-मोदी सरकार ने खेलो इंडिया -नेशनल प्रोग्राम फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्‍पोर्ट्स लोगो एंड टैगलाइन डिजाइन कंपटीशन आयोजित किया है।
-सबमिशन की लास्‍ट डेट 27 जुलाई, 2016 है।
-विनिंग एंट्री को मिलेगा 50,000 रुपये कैश प्राइस।

Friday, August 21, 2015

NSA वार्ता रद्द होने की कगार पर, भारत बोला- एकतरफा शर्तें मंजूर नहीं

नई दिल्ली: भारत सरकार ने साफ़ कर दिया है कि हुर्रियत नेताओं को लेकर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। पाकिस्तान के बयान पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, पाकिस्तान की शर्तों पर बातचीत नहीं हो सकती। उनका रुख उफा में बनी सहमति के खिलाफ है।

इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कहा था कि कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है और इसलिए वह हुर्रियत को लेकर भारत सरकार की सलाह नहीं मानेगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि अजीज की अलगाववादी नेताओं के साथ होने वाली इस मुलाकात को लेकर भारत की ओर से पाकिस्तान को गुरुवार को ही चेताया जा चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसी मुलाकात आतंकवाद का मिलकर सामने करने के रूस के उफा समझौते की भावना और निष्ठा के अनुरूप नहीं होगी।


उधर हुर्रियत नेता अब दिल्ली आने की तैयारी कर रहे हैं। कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेता यासीन मलिक का कहना है कि भारत सरकार अगर संजीदा है तो कश्मीर पर बातचीत करनी होगी।

हालांकि इसे मुद्दे पर भारत का रुख़ सख्त बना हुआ है। उसने साफ़ कर दिया है कि अलगाववादी नेताओं से पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार की मुलाकात उसे मंज़ूर नहीं है। गृह मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, अलगाववादियों को श्रीनगर से निकलने नहीं दिया जाएगा। फिर भी अगर वे दिल्ली पहुंच गए तो उन्हें हवाई अड्डे पर रोक लिया जाएगा। बातचीत में भारत पाक प्रेरित और प्रायोजित आतंकवाद का मसला उठाएगा।

इसके साथ ही भारत ने कहा है कि बातचीत को लेकर पाकिस्तान का एजेंडा अब तक नहीं मिला है, वह जल्द अपना एजेंडा दे। बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन होगा, ये भी अब तक तय नहीं है।

भारत की शिकायत है कि पाकिस्तान बातचीत को लेकर संजीदा नहीं। पाकिस्तान भी यही शिकायत कर रहा है। ऐसे में सवाल है- क्या वाकई बातचीत हो पाएगी और अगर हुई तो क्या वह असरदार होगी?

Monday, July 27, 2015

घरेलू नौकर या ड्राइवर रखने पर देना पड़ सकता है अपॉइंटमेंट लेटर

6:04 PM Posted by Unknown , , , No comments
नई दिल्ली-घरेलू नौकर या ड्राइवर रखने पर जल्द ही आपको नौकरी के नियम और शर्तों को बताने वाला अपॉइंटमेंट लेटर देना पड़ सकता है। डोमेस्टिक वर्कर्स के अधिकारों की सुरक्षा और उन्हें बेसिक सोशल सिक्यॉरिटी देने के लिए लेबर मिनिस्ट्री ऐसा प्रपोजल तैयार कर रही है।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि यह कदम अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर को मजबूत करने की इंटरनैशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (आईएलओ) से प्रतिबद्धता के अनुसार उठाया जा रहा है। देश की कुल वर्कफोर्स में अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर की हिस्सेदारी 93 पर्सेंट की है।

अधिकारी ने कहा, 'आईएलओ की ओर से देश को इनफॉर्मल से फॉर्मल वर्कफोर्स की ओर ले जाने का काफी दबाव है। देश में इनफॉर्मल या अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर काफी बड़ा है। इसलिए इसे पूरी तरह फॉर्मल करना संभव नहीं होगा। इस वजह से हमने अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर को मजबूत करने पर सहमति दी है।'

मिनिस्ट्री के प्रपोजल के मुताबिक, एंप्लॉयर्स के लिए मासिक वेतन पर काम करने वाले सभी घरेलू वर्कर्स को फॉर्मल अपॉइंटमेंट लेटर जारी करना अनिवार्य होगा। अधिकारी ने बताया, 'फॉर्मल अपॉइंटमेंट लेटर जारी करने से यह पक्का होगा कि डोमेस्टिक वर्कर्स को केवल हेल्पर्स के तौर पर न माना जाए बल्कि उन्हें एंप्लॉयड वर्कर्स समझा जाए, जो एंप्लॉयमेंट के साथ मिलने वाले अधिकारों और सम्मान के पात्र हैं।'

डोमेस्टिक वर्कर्स को लेकर कोई भरोसेमंद आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि देश में लगभग 50 लाख डोमेस्टिक वर्कर्स हैं। इनके योगदान को अक्सर आर्थिक आंकड़ों में जगह नहीं मिलती। देश में 35 करोड़ अन-ऑर्गनाइज्ड वर्कफोर्स में डोमेस्टिक वर्कर्स की हिस्सेदारी लगभग 1.5 पर्सेंट है। ये वर्कर्स विशेषतौर पर शहरी इलाकों में बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल, कुकिंग, ड्राइविंग, क्लीनिंग, ग्रॉसरी शॉपिंग जैसे काम करते हैं।

अपॉइंटमेंट लेटर मिलने से इन वर्कर्स के सामने आने वाली कुछ मुश्किलों को हल किया जा सकेगा। इन वर्कर्स के पास वादे से कम वेतन मिलने की स्थिति में शिकायत करने का कोई जरिया नहीं होता क्योंकि इन्हें लिखित में कुछ नहीं दिया जाता। इनके पास बेसिक हेल्थकेयर, साप्ताहिक छुट्टी, मैटरनिटी लीव जैसी सुविधाएं भी नहीं होतीं। इन्हें कई बार खराब व्यवहार का भी शिकार बनना पड़ता है। इसका विरोध करने पर नौकरी जाने का खतरा भी रहता है।

जानकारों का कहना है कि डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए अपॉइंटमेंट लेटर अनिवार्य किए जाने का काफी विरोध हो सकता है। डोमेस्टिक वर्कर्स से जुड़े कुछ कानून देश में मौजूद हैं। इनमें अन-ऑर्गनाइज्ड सोशल सिक्यॉरिटी ऐक्ट, 2008 और सेक्सुअल हैरसमेंट अगेंस्ट विमेन एट वर्कप्लेस (प्रिवेंशन, प्रॉहिबिशन ऐंड रिड्रेसल) एक्ट, 2013 शामिल हैं। इसके साथ ही कई राज्यों में मिनिमम वेजेज शेड्यूल भी हैं, लेकिन अक्सर इन कानूनों का पालन नहीं किया जाता।

सौजन्य: INDIATMIES NEWS

बीजेपी से ‘नाराज’ शत्रुघ्न को जेडीयू से मिला न्योता

6:00 PM Posted by Unknown , , , No comments
पटना-बीजेपी और उसके सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बीच इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बताया जा रहा है कि सिन्हा शनिवार को मोदी की मुजफ्फरपुर में हुई परिवर्तन रैली में ना बुलाए जाने से दुखी हैं। ऐसे में, सिसायती मौका भांपते हुए जेडीयू ने रविवार को सिन्हा को अपनी पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया।

रविवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ सिन्हा ने मुलाकात की थी। इसके बाद, जेडीयू के राज्य प्रमुख वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि आखिरी फैसला खुद सिन्हा को ही लेना होगा। उन्होंने कहा कि अगर शत्रुघ्न सिन्हा उनकी पार्टी में शामिल होते हैं तो पार्टी उनका खुले दिल से स्वागत करेगी।

उधर, सिन्हा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीतीश के साथ उनकी मुलाकात एक भाई की तरह थी। उन्होंने कहा कि नीतीश उनके भाई की तरह हैं और वह जब भी पटना आते हैं तब नीतीश के साथ मुलाकात करते हैं। उन्होंने जेडीयू में शामिल होने की बात पर कहा कि वह अच्छे और बुरे, दोनों समय में बीजेपी के साथ जुड़े रहे हैं और जेडीयू में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है।


इस बीच, शनिवार को राज्य में बीजेपी के पोस्टरों पर यादव समुदाय को लुभाने के लिए मोदी को भगवान कृष्ण के द्वारका से आया हुआ बताए जाने पर प्रतिक्रिया करते हुए आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कहा मोदी को 'कालिया नाग' कहा।

सौजन्य: INDIA TIMES NEWS